कोरोना की जंग में लोग अपना ख्याल इन तरीकों से रखेंगे तो रहेंगे सुरक्षित, जानिए एक्सपर्ट से

कोरोना की जंग में लोग अपना ख्याल इन तरीकों से रखेंगे तो रहेंगे सुरक्षित, जानिए एक्सपर्ट से

सेहतराग टीम

कोरोना वायरस की वजह से पूरी दुनिया का जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इसको लेकर लोगों के मन में डर बैठ गया है। लोग यह सोचने लगे हैं कि कोरोना होने पर उनकी रक्षा कोई नहीं कर सकता है। वहीं इसके बढ़ते प्रकोप और लोगों में डर के संचार को देखते हुए डॉक्टर, एक्सपर्ट, स्वास्थ्य मंत्रालय और दूसरे सरकारी विभाग कोरोना वायरस से निपटने के लिए इलाज ढुढ़ने में लगे हैं और लोगों को विश्वास दिला रहे हैं कि आप अपनी सुरक्षा करें और जल्द ही इससे छुटकारा पाने के लिए दवा मिल जाएगी। लेकिन इन सब के बीच इसको लेकर कई तरह की अपवाह भी उड़ाई जा रही हैं। ऐसी स्थिति में आज हम बताएगें कि आप उन अफवाहों पर ध्यान ना देकर लॉकडाउन के दौरान किन सावधानियों से अपनी रक्षा करें। तो आइए जानते हैं कंफडरेशन ऑफ मेडिकल एसोसिएशन ऑफ एसिया और ओशियन के अध्यक्ष के.के. अग्रवाल से-

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सफाई और कीटाणुरहित में अंतर

सफाई: 

सफाई का मतलब होता है कि कीटाणु, गंदगी जैसी चीजों को किसी चीज से हटाया जाए। सफाई कभी भी किसी कीटाणु या बैक्टीरिया को मारने का काम नहीं करता, लेकिन ये सफाई के जरिए आप किसी भी वस्तु से उन्हें हटा सकते हैं। इससे बैक्टीरिया की संख्या कम हो जाती है और उनके फैलने का खतरा भी कम हो जाता है। 

कीटाणुरहित: 

कीटाणुरहित का मतलब होता है कि हम केमिकल का इस्तेमाल कर रहे हैं, जैसे कि अगर आपको किसी जगह को साफ करना है तो वहां आप किसी केमिकल का इस्तेमाल कर रहे हैं जिससे कि बैक्टीरिया का खात्मा किया जा सके। इस प्रक्रिया में जरूरी नहीं कि उस जगह को साफ किया जा सके। लेकिन अगर आप किसी जगह को साफ करते हैं तो इससे बैक्टीरिया और संक्रमण का खतरा काफी हद तक कम जरूर हो जाता है। 

डॉक्टर के.के अग्रवाल ने आगे बताया कि बहुत से लोग मानते हैं कि कोरोनावायरस को छींक या खांसी की बूंदों से बचने पर ही आप इस संक्रमण से दूर रह सकते हैं। लेकिन द न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन एंड जेएएमए में प्रकाशित नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज के पत्र और कागजात बताते हैं कि यह संभव है कि कोरोनावायरस हवा में घंटों तक रह सकता है और संक्रामक रह सकते हैं। इसका मतलब ये है कि लोगों के सांसों के जरिए भी ये संक्रमण तेजी से फैला जा सकता है और कोई भी इससे संक्रमित हो सकता है।

लॉकडाउन के दौरान काम करने वाले कर्मचारी

ये संक्रमण काफी तेजी से अपने पैर पसार रहा है, इससे बचने के लिए हमे अपने आपका पूरा ख्याल रखना बहुत जरूरी है। ये खासकर उन लोगों के लिए और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है जो लोग कोरोना वायरस से पीड़ित शख्स के सीधे संपर्क में आते हैं। जैसे डॉक्टर और नर्स आदि। वहीं, सीडीसी ने हेल्द वर्कर के तौर पर काम कर रहे हैं लोगों को कुछ जरूरी टिप्स दी है। 

प्री-स्क्रीन: 

बीमार कर्मचारियों के तापमान को मापना चाहिए और मामले पर काम शुरू करने से पहले लक्षणों को जानना चाहिए, कर्मचारी को परिसर में प्रवेश करने से पहले तापमान की जांच करनी चाहिए।

रेगुलर मॉनिटरिंग: 

जब तक लक्षण दिखाई न दें मॉनिटरिंग के साथ नियमित रूप से निगरानी की आवश्यकता है।

सोशल डिस्टेंसिंग: 

आप कहीं भी रहें आपको सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए, कम से कम 6 फीट की दूरी बनाएं रखे।

 

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